◆ मिस्र में विज्ञान और अंधविश्वास साथ साथ चलता था. दिमाग का एक हिस्सा ठीक काम कर रहा था. ◆ लाश को लंबे समय तक रखने के लिए दवाओं और पिरामिड का आविष्कार हो रहा था. दिमाग के दूसरे हिस्से में अंधविश्वास भरा हुआ. ◆ जब नील नदी में बाढ़ आती तो लोग कहते नील […]Read More
19वीं शताब्दी तक भारत में सती प्रथा और शिशुहत्या आम बात थी… बीमारी, महामारी, बाढ़ और अकाल के कारणों का लोगों को पता नही था. इन समस्याओं को लोग देवी देवताओं की नाराजगी जताने के जरिया मानते थे. देवी देवताओं को शांत करने के लिए शिशुहत्या का सहारा लिया जाता था… महान समाजसुधारक ईसाई मिशनरी […]Read More
7000 किलोमीटर दूर कठिन समुद्री यात्रा कर यूरोपीन्स नई ज़मीन तलाशने जब अमेरिका महाद्वीप पर पहुंचे तो उन्होंने देखा यहां पहले से सभ्यता आबाद है… जिनका नाम माया, इंका और एज़्टेक है. जिनकी अपनी भाषा, संस्कृति, चिकित्सा पद्धति, भोजन पद्धति, कृषि पद्धति और मानव बलि प्रथा पद्धति भी है… यूरोपीन्स लाख बुरे थे. लेकिन उन्होंने […]Read More
1802 में महान ईसाई मिशनरी विलियम कैरी ने अपने सहयोगी विलियम वार्ड के साथ बंगाल के सॉगोर नदी द्वीप पर शिशुहत्या का अध्ययन किया… कई महिलाओं ने पवित्र गंगा नदी से मन्नतें मांगीं कि “अगर उन्हें दो बच्चे हुए तो एक को नदी में अर्पित कर दिया जाएगा” उन्होंने अनुमान लगाया कि हर साल कम […]Read More
कोटि = प्रकार… देवभाषा संस्कृत में कोटि के दो अर्थ होते हैं… कोटि का मतलब प्रकार होता है और एक अर्थ करोड़ भी होता है… हिंदू धर्म का दुष्प्रचार करने के लिए ये बात उड़ाई गयी की हिन्दूओं के 33 करोड़ देवी देवता हैं और अब तो मुर्ख हिन्दू खुद ही गाते फिरते हैं की […]Read More
हैदराबाद से 308 किमी और विजयवाड़ा से 359 किमी दूर, आंध्र प्रदेश के कुरनूल में स्थित इस मंदिर का नाम है श्री यंगती उमा महेश्वर मंदिर है… यह मंदिर प्राचीन काल के पल्लव, चोला, चालुक्य और विजयनगर शासकों की परंपराओं को दर्शाता है… यहां के बारे में स्थानीय लोग एक कथा के बारे में बताते […]Read More